Free UPSC Coaching 2025: IAS और IPS अब बन सकते हैं फ्री में! सरकार दे रही बड़ा मौका, बस पास करें ये आसान एग्जाम!

Free UPSC Coaching 2025: IAS और IPS अब बन सकते हैं फ्री में! सरकार दे रही बड़ा मौका, बस पास करें ये आसान एग्जाम!
Free UPSC Coaching 2025: IAS और IPS अब बन सकते हैं फ्री में! सरकार दे रही बड़ा मौका, बस पास करें ये आसान एग्जाम!

Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2025 आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उन छात्रों के लिए सुनहरा अवसर बनकर उभरी है, जो बड़े सपने तो देखते हैं लेकिन संसाधनों की कमी के चलते उन्हें पूरा नहीं कर पाते। इस योजना के तहत छात्रों को IAS, IPS, UPSC, NEET, NDA, IIT-JEE, CDS जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग दी जा रही है। अब सहारनपुर जिला भी लखनऊ के बाद ऐसा केंद्र बन गया है, जहां छात्रों को ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

अभ्युदय योजना: प्रतिभाओं को नई दिशा देने वाली पहल

मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की शुरुआत राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का समान अवसर देने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना के तहत छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से कोचिंग दी जा रही है, जिससे गांव-देहात या छोटे कस्बों में रहने वाले छात्र भी लाभ उठा सकें। खास बात यह है कि इसमें कोई शुल्क नहीं लिया जाता, और जरूरतमंद छात्रों को किताबें भी उपलब्ध कराई जाती हैं।

सहारनपुर: प्रदेश का ऑनलाइन कोचिंग सुविधा वाला दूसरा जिला

लखनऊ के बाद अब सहारनपुर उत्तर प्रदेश का ऐसा दूसरा जिला बन गया है, जहां अभ्युदय योजना के अंतर्गत ऑनलाइन कोचिंग की सुविधा भी दी जा रही है। यहां दो स्थानों पर छात्रों को फ्री कोचिंग का लाभ मिल रहा है। यह उन छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है, जो कोचिंग सेंटर तक नहीं जा सकते या फिर घर बैठकर पढ़ाई करना चाहते हैं।

आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

इस योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक छात्रों को एक लिखित परीक्षा पास करनी होती है। इसके लिए आवेदन करते समय छात्रों को अपनी 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, और अन्य ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। परीक्षा के बाद चुने गए छात्रों को कोचिंग के लिए नामांकित किया जाता है।

बढ़ती लोकप्रियता और रुझान

पिछले वर्ष केवल 175 छात्रों ने योजना का लाभ लिया था, लेकिन इस वर्ष अब तक 200 से अधिक छात्र आवेदन कर चुके हैं। यह दर्शाता है कि इस योजना के प्रति छात्रों का विश्वास और उत्साह लगातार बढ़ रहा है। योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर अजय सैनी के अनुसार, इस बार भी रिस्पॉन्स बहुत सकारात्मक है और अभी तक 38 छात्र चयनित हो चुके हैं।

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किन परीक्षाओं की हो रही तैयारी?

इस योजना के अंतर्गत छात्रों को यूपीएससी-UPSC, यूपीपीसीएस-UPPCS, नीट-NEET, एनडीए-NDA, आईआईटी-जेईई-IIT-JEE, सीडीएस-CDS जैसी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। यह सभी कोर्सेस पूर्णतः नि:शुल्क हैं। योजना के तहत विषय विशेषज्ञों द्वारा नियमित कक्षाएं संचालित की जाती हैं और समय-समय पर मॉक टेस्ट तथा काउंसलिंग सत्र भी आयोजित किए जाते हैं।

महिलाओं और ग्रामीण छात्रों को मिल रहा खास लाभ

महाराज सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल अनिल कुमार के अनुसार, यह योजना खासकर उन छात्राओं और महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है, जिन्हें सामाजिक या पारिवारिक कारणों से बाहर जाकर पढ़ाई करने की अनुमति नहीं मिलती। घर बैठे ऑनलाइन कक्षाओं की सुविधा इन महिलाओं को भी प्रतियोगी परीक्षाओं की दौड़ में शामिल होने का अवसर दे रही है।

सरकार की मंशा: हर गांव से निकलें अफसर

मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना केवल एक कोचिंग स्कीम नहीं, बल्कि यह सरकार की उस सोच का हिस्सा है जिसमें हर गांव और कस्बे से IAS, IPS, डॉक्टर, इंजीनियर और रक्षा सेवाओं में अफसर तैयार करना शामिल है। सरकार चाहती है कि कोई भी प्रतिभा केवल पैसों की कमी के कारण पीछे न रह जाए। Renewable Energy, IPO, Artificial Intelligence जैसे विषयों में भी आगे चलकर छात्रों को मार्गदर्शन देने की योजना है।

छात्र अब खुद रच सकते हैं सफलता की कहानी

अभ्युदय योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने गरीब और मध्यमवर्गीय छात्रों के लिए एक मजबूत मंच तैयार किया है। यह योजना न केवल एकेडमिक सपोर्ट देती है, बल्कि आत्मविश्वास, मार्गदर्शन और समान अवसर भी प्रदान करती है। जो छात्र बड़े सपने देखते हैं लेकिन संसाधनों की कमी से जूझते हैं, उनके लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं।

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