Cyber Fraud Warning: किसी लड़की का रोते हुए कॉल आए, तो हो जाएं सावधान, ऐसे खाली हो रहा है बैंक अकाउंट!

Cyber Fraud Warning: किसी लड़की का रोते हुए कॉल आए, तो हो जाएं सावधान, ऐसे खाली हो रहा है बैंक अकाउंट!
Cyber Fraud Warning

हाल के समय में साइबर अपराधी नित नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। इन तरीकों में अब एक नया और बेहद खतरनाक तरीका सामने आया है – इमोशनल साइबर फ्रॉड। यह धोखाधड़ी खासतौर पर victim के भावनाओं से खेलती है और उन्हें आपातकालीन स्थिति में डालकर धोखा देती है। इस फ्रॉड में एक लड़की रोती-गिड़गिड़ाते हुए फोन करती है और अपने करियर, पढ़ाई या नौकरी के बारे में बातें करती है। वह कहती है कि वह एक बड़ी समस्या में है और उसे आपकी मदद चाहिए।

इस फोन कॉल में वह आपसे ओटीपी (One-Time Password) मांगती है, जिसे सुनकर आप उसकी मदद के लिए ओटीपी देने का निर्णय लेते हैं। लेकिन जैसे ही आप ओटीपी शेयर करते हैं, आपका बैंक खाता खाली हो जाता है, क्योंकि कॉल करने वाली लड़की के पीछे साइबर अपराधियों की पूरी गैंग काम कर रही होती है।

इमोशनल साइबर फ्रॉड का तरीका

इस धोखाधड़ी का तरीका काफी सरल लेकिन बेहद प्रभावी होता है। सबसे पहले अपराधी किसी लड़की की आवाज में खुद को पेश करते हैं, जो बहुत परेशान और घबराई हुई होती है। वह कहती है कि उसकी नौकरी, स्कॉलरशिप या करियर को लेकर एक गलती हो गई है, जैसे कि आवेदन में उसका फोन नंबर गलत लिखा गया है, जिसके कारण वह किसी जरूरी प्रक्रिया में अटक गई है। लड़की आपसे कहती है कि वह ओटीपी प्राप्त कर चुकी है, लेकिन उसे सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आपके नंबर से ओटीपी चाहिए। यह सुनकर आप अपनी मदद करने के लिए ओटीपी दे देते हैं, लेकिन यही कदम आपके लिए खतरे की घंटी बन जाता है।

वास्तविक मामलों से समझें

कुछ वास्तविक उदाहरणों से इस फ्रॉड की सच्चाई को समझा जा सकता है:

मामला 1:
उदयपुर के सेक्टर-4 निवासी मनन को एक कॉल आई, जिसमें एक लड़की रोते हुए बताती है कि उसने दिल्ली में फायर ऑफिसर की जॉइनिंग के लिए आवेदन किया था, लेकिन गलती से उसके आवेदन में मनन का नंबर आ गया है। वह ओटीपी मांगती है ताकि जॉइनिंग प्रक्रिया पूरी हो सके। मनन ने इस कॉल को नजरअंदाज किया और इस तरह से वह इस धोखाधड़ी से बच गया।

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मामला 2:
मल्लातलाई निवासी इमरान को भी एक लड़की ने कॉल किया, जिसमें उसने बताया कि उसे कॉलेज से स्कॉलरशिप मिली है, लेकिन फोन नंबर में एक डिजिट गलत हो जाने के कारण वह ओटीपी नहीं प्राप्त कर पा रही थी। इमरान ने साइबर सुरक्षा के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की और इस धोखाधड़ी से बच गया।

एक्सपर्ट्स की राय

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक रहने की सलाह देते हैं। उदयपुर पुलिस के साइबर एक्सपर्ट राजकुमार जाखड़ कहते हैं कि इस तरह के कॉल का शिकार कभी न हों, चाहे कॉलर कितनी भी परेशान और लाचार क्यों न लगे। आपसे कभी भी ओटीपी या बैंक संबंधित जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ मानस त्रिवेदी का कहना है कि इस धोखाधड़ी में लड़के अपने आवाज को एआई तकनीक से बदलकर लड़की का रूप धारण करते हैं। यह उन्हें धोखाधड़ी को और प्रभावी बनाने का मौका देता है।

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