करण जौहर ने क्यों छोड़ी धर्मा प्रोडक्शन की आधी हिस्सेदारी? करोड़ों की डील के पीछे का राज़ आया सामने!

बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर ने अपने प्रतिष्ठित प्रोडक्शन हाउस धर्मा प्रोडक्शंस की 50% हिस्सेदारी ₹1000 करोड़ में बेच दी है। यह ऐतिहासिक सौदा 2024 में हुआ, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने निवेश किया। पूनावाला ने यह निवेश अपनी निजी कंपनी Serene Productions के माध्यम से किया है। इस डील के बाद भी करण जौहर धर्मा प्रोडक्शंस के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे और उनके पास कंपनी का रचनात्मक नियंत्रण भी रहेगा।
करण जौहर का विज़न: तेजी से विकास के लिए रणनीतिक साझेदारी
करण जौहर ने इस डील के पीछे के इरादों को स्पष्ट करते हुए कहा कि धर्मा प्रोडक्शंस को तेजी से बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए अतिरिक्त पूंजी की जरूरत थी। उन्होंने बताया कि अगर वे ऑर्गेनिक तरीके से कंपनी का विस्तार करते, तो इसमें 5 से 7 साल लग सकते थे। लेकिन इस साझेदारी के जरिए कंपनी को तुरंत संसाधन और रणनीतिक समर्थन मिल रहा है।
करण ने कहा, “हमारे पास आइडियाज़ और टैलेंट की कमी नहीं है, लेकिन तेजी से ग्रोथ के लिए फंडिंग अनिवार्य हो गई थी। अदार पूनावाला के साथ यह साझेदारी न सिर्फ वित्तीय रूप से फायदेमंद है, बल्कि इससे हमें बड़ा सोचने और नई परियोजनाओं में निवेश करने की आज़ादी भी मिलेगी।”
धर्मा प्रोडक्शंस की मौजूदा वित्तीय स्थिति
धर्मा प्रोडक्शंस ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में ₹1040 करोड़ का राजस्व (Revenue) अर्जित किया, जो पिछले वर्ष के ₹276 करोड़ की तुलना में चार गुना अधिक है। हालांकि, कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) 59% गिरकर ₹11 करोड़ रह गया। इस गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के खर्चों में 4.5 गुना की वृद्धि था। इससे यह स्पष्ट होता है कि भले ही कंपनी ने आय बढ़ाई हो, लेकिन उसे मुनाफा कमाने में कठिनाई हो रही थी।
इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए, नई पूंजी का प्रवाह कंपनी को अपनी परियोजनाओं को आत्मनिर्भर रूप से विकसित करने में मदद करेगा।
अदार पूनावाला का फिल्मी क्षेत्र में कदम
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला अब तक स्वास्थ्य और वैक्सीन निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी माने जाते हैं, लेकिन इस निवेश के साथ उन्होंने मनोरंजन उद्योग में भी प्रवेश कर लिया है। पूनावाला ने कहा, “करण जौहर के साथ साझेदारी करना मेरे लिए सम्मान की बात है। वे न सिर्फ एक कुशल फिल्मकार हैं, बल्कि एक दूरदर्शी व्यवसायी भी हैं। हमारा लक्ष्य धर्मा प्रोडक्शंस को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।”
इस निवेश के जरिए अदार पूनावाला ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे मल्टी-सेंटर इंडस्ट्री स्ट्रेटजी अपना रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य से लेकर मीडिया तक के क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है।
भविष्य की योजनाएं: स्वयं-वित्तपोषण और कंटेंट पर फोकस
करण जौहर ने बताया कि वे आने वाले समय में अधिक से अधिक परियोजनाओं को स्वयं-वित्तपोषित (Self-Financed) करना चाहते हैं। उनका उद्देश्य है कि धर्मा प्रोडक्शंस को पूरी तरह राजस्व-स्वायत्त (Revenue Autonomous) बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि बड़े बजट की फिल्मों के लिए बाहरी सहायता की आवश्यकता बनी रहेगी, लेकिन छोटी और मध्यम बजट की फिल्मों में वे अधिक निवेश करेंगे और इनकी संख्या बढ़ाएंगे। इससे कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा को बढ़ावा मिलेगा और धर्मा प्रोडक्शंस की ब्रांड वैल्यू भी मजबूत होगी।
करण ने यह भी संकेत दिया कि वे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए विशेष कंटेंट विकसित करने पर भी ध्यान देंगे, जिससे डिजिटल स्पेस में कंपनी की मौजूदगी और बढ़ेगी।
साझेदारी से मिलेगी वैश्विक पहचान
धर्मा प्रोडक्शंस को अदार पूनावाला जैसे वैश्विक व्यवसायी के साथ गठजोड़ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई संभावनाएं मिल सकती हैं। पूनावाला की वैश्विक व्यावसायिक पहुँच और नेटवर्क का लाभ धर्मा प्रोडक्शंस को विदेशी बाजारों में विस्तार करने में मिलेगा।
करण जौहर के अनुसार, “हम अब सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि ग्लोबल ऑडियंस को भी ध्यान में रखकर फिल्में बनाएंगे। इससे भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती मिलेगी।”
भारतीय फिल्म उद्योग में बड़ा बदलाव
करण जौहर और अदार पूनावाला की यह साझेदारी न केवल धर्मा प्रोडक्शंस के लिए, बल्कि पूरे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ा मोड़ है। इससे साबित होता है कि अब फिल्म निर्माण केवल रचनात्मकता नहीं, बल्कि रणनीतिक निवेश और व्यावसायिक योजनाओं का भी खेल बन चुका है।
धर्मा प्रोडक्शंस इस सौदे से वित्तीय रूप से सशक्त हुआ है, और इसके पास अब वह संसाधन है जिससे यह कंपनी IPOs, Co-Productions, और Renewable Energy-powered Studios जैसे नवाचारों की ओर बढ़ सकती है।